जीवमंडल में ऊर्जा का प्रवाह एक ही दिशा में होता है।
जीवमंडल में ऊर्जा का मुख्य स्रोत सूर्य है। हरे पौधे सौर्य ऊर्जा का उपयोग करके प्रकाश संश्लेषण क्रिया द्वारा भोज्य पदार्थों का संचय कर देते हैं।
जैव जगत ऊर्जा के लिए प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से पौधे पर निर्भर रहता है।
खाद्य श्रृंखला के प्रत्येक पोषक स्तर पर लगभग 90% ऊर्जा जैविक क्रियायो में व्यय हो जाती है तथा लगभग 10% ऊर्जा ही अगले पोषक स्तर में भोजन के रूप में पहुंच पाती है, इसी कारण प्रत्येक खाद्य श्रृंखला में 4-5 से अधिक पोषक स्तर नहीं होते हैं और प्रत्येक पोषक स्तर पर जंतुओं की संख्या कम होती जाती है।
