किसी तत्व का सूक्ष्मतम कण जिससे अणु बनता हैं तथा जो रासायनिक अभिक्रिया में बिना अपघटित हुए भाग लेता हैं,परमाणु(Atom) कहलाता हैं।
परमाणु में सबसे छोटा परमाणु(0.28A) हाइड्रोजन का है। अन्य सभी की त्रिज्या 0.7A-2.5A)
परमाणु में सबसे हल्का परमाणु(1.008 amu) हाइड्रोजन का है। अन्य सभी का भार (2amu-260amu)
19वीं शताब्दी के मध्य तक परमाणु द्रव्य के सूक्ष्मतम कण माने जाते थे,परंतु 19वीं शताब्दी के अंतिम दशक व उसके बाद हुई वैज्ञानिक खोज से ज्ञात हुआ कि परमाणु स्वयं विभिन्न प्रकार के छोटे-छोटे कणों से मिलकर बने हुए हैं, जिसे मूल कण(Sub-atomic or Elementry particles) कहा जाता है।
परमाणु के मूल कण कुछ स्थायी (Stable)कण है,शेष कण अस्थायी(Unstable) हैं। स्थायी कण परमाणु के बाहर स्वतंत्र अवस्था में रह सकते हैं। अस्थायी कण का परमाणु के अंदर और परमाणु के बाहर क्षणिक अस्तित्व होता है।
परमाणु के स्थायी कण इलेक्ट्रॉन,प्रोटॉन और न्यूट्रॉन इत्यादि हैं।परमाणु के अस्थायी कण पॉजिट्रान, न्यूट्रिनो, एंटी न्यूट्रिनो और मेसान इत्यादि हैं।
इलेक्ट्रॉन:- यह एक ऋण आवेशित कण है। एक इलेक्ट्रॉन पर एक यूनिट ऋण आवेश होता है। इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान हाइड्रोजन परमाणु के द्रव्यमान का लगभग 1/1837 है। इलेक्ट्रॉन की खोज 1897 में इंग्लिश वैज्ञानिक जे.जे थॉमसन ने कैथोड किरणों में की।
प्रोटॉन:- यह एक धन आवेशित कण है। एक प्रोटोन पर एक यूनिट धन आवेश होता है। प्रोटोन का द्रव्यमान हाइड्रोजन परमाणु के द्रव्यमान के लगभग बराबर होता है।प्रोटॉन की खोज जर्मन भौतिक विज्ञानी ई.गोल्डस्टीन ने की थी।
न्यूट्रॉन:- यह विद्युत उदासीन कण है। न्यूट्रॉन का द्रव्यमान हाइड्रोजन परमाणु की द्रव्यमान के लगभग बराबर होता है। न्यूट्रॉन की खोज वर्ष 1932 में इंग्लिश वैज्ञानिक जेम्स चैडविक ने की।
परमाणु नाभिक के रचना प्रोटॉन और न्यूट्रॉन से होती है। नाभिक का द्रव्यमान प्रोटॉन और न्यूट्रॉन के कारण तथा नाभिक धन आवेश केवल प्रोटॉन के कारण होता है। प्रोटॉनों और न्यूट्रॉनों को सामूहिक रूप से न्यूक्लिआन(Necleons) कहते हैं।
परमाणु में इलेक्ट्रॉन नाभिक के बाहर रहते हैं और नाभिक के चारों ओर अपेक्षाकृत कुछ दूरी पर विभिन्न कक्षाओं में घूमते रहते हैं। परमाणु में इलेक्ट्रॉन की संख्या प्रोटॉन की संख्या के बराबर होती है, इसलिए परमाणु विद्युत उदासीन होते हैं।
परमाणु क्रमांक(Atomic Number):- किसी तत्व के परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉन की संख्या उस तत्व का परमाणु क्रमांक[Z] होता है। प्रत्येक तत्व का परमाणु क्रमांक निश्चित और स्थिर होता है। भिन्न-भिन्न तत्वों के परमाणु क्रमांक भिन्न-भिन्न होते हैं। हाइड्रोजन तत्व का परमाणु क्रमांक 1 है, इस कथन से यह अभिप्राय है कि हाइड्रोजन परमाणु के नाभिक में 1 प्रोटोन है।
द्रव्यमान संख्या(Mass Number):-किसी परमाणु के नाभिक में उपस्थित प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की संख्या का योग उस परमाणु की द्रव्यमान संख्या[A] कहलाता है।
द्रव्यमान संख्या तत्व का मूल लक्षण नहीं है।
परमाणु की द्रव्यमान संख्या(A)= नाभिक में प्रोटॉन की संख्या(Z)+ नाभिक में न्यूट्रॉन की संख्या(N)
परमाणु भार(Atomic mass):- किसी परमाणु का परमाणु द्रव्यमान, उसकी द्रव्यमान संख्या के लगभग बराबर होता है।
समइलेक्ट्रॉनिक (Isoelectronic):-जिस आयनों और परमाणुओं में इलेक्ट्रॉनों की संख्या बराबर होती है,उसे समइलेक्ट्रॉनिक कहते हैं।
समन्यूट्रॉनिक(Isotones):- जिस परमाणु में न्यूट्रॉनों की संख्या समान होती है।
समस्थानिक(Isotopes):- समान परमाणु क्रमांक परंतु भिन्न परमाणु द्रव्यमानों के परमाणुओं को समस्थानिक कहते हैं।
1-परमाणु क्रमांक सामान
2-परमाणु द्रव्यमान भिन्न
आवर्त सारणी में किसी तत्व के समस्थानिक का स्थान अलग-अलग न होकर एक ही होता है, क्योंकि परमाणु क्रमांक समान होता है।
किसी तत्व के समस्थानिक में प्रोटॉन की संख्या समान होती है,परंतु न्यूट्रॉन की संख्या भिन्न होती है।
जैसे-हाइड्रोजन तत्व के तीन समस्थानिक ज्ञात हैं, जिनका परमाणु क्रमांक 1 है,परंतु उनकी द्रव्यमान संख्या क्रमशः 1, 2 और 3 है।
H-1,H-2[Deuterium],H-3[Tritium]
जैसे- ऑक्सीजन तत्व के तीन समस्थानिक ज्ञात है, जिसका परमाणु क्रमांक 8 है परंतु उनकी द्रव्यमान संख्या क्रमशः 16, 17 और 18 है।
O-16,O-17,0-18
समभारिक(Isobars):- समान परमाणु द्रव्यमान परंतु विभिन्न परमाणु क्रमांक के परमाणुओं को समभारिक कहते हैं।
1-परमाणु क्रमांक भिन्न
2-परमाणु द्रव्यमान समान
आवर्त सारणी में समभारिकों का स्थान अलग-अलग होता है,क्योंकि उनके परमाणु क्रमांक भिन्न-भिन्न होते हैं।
इनके नाभिकों में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन की संख्याओं का योग समान होता है, परंतु प्रोटॉन की संख्या भिन्न-भिन्न होती है।
रेडियोएक्टिवता(Radioactivity):-कुछ पदार्थ जैसे यूरेनियम,थोरियम, रेडियम आदि स्वत: एक प्रकार की बेधी(Penetrating) करने उत्सर्जित करते हैं, ऐसे पदार्थ को रेडियोएक्टिव(Radioactive) पदार्थ कहते हैं और पदार्थ का स्वत: बेधी किरण उत्सर्जित करने का गुण रेडियोएक्टिंवता कहलाता है।
रेडियोएक्टिविटी को “गाइगर काउंटर” में मापा जाता है।
“गाइगर काउंटर” को गाइगर- मुलर काउंटर के नाम से भी जाना जाता है।
रेडियोएक्टिवता परमाणु के नाभिक का गुण है।रेडियोएक्टिव तत्वों में नाभिक अस्थायी होते हैं। यह स्वत: विघटित होकर बेधी किरण(अल्फा,बीटा, गामा) उत्सर्जित करते हैं, यह किरणें रेडियोएक्टिव किरण कहलाती हैं।
रेडियोएक्टिवता एक नाभिकीय प्रक्रिया है न की रासायनिक अभिक्रिया।
यह गुण प्राय: भारी नाभिकों में पाया जाता है क्योंकि भारी नाभिक अस्थायी होते हैं।
परमाणु क्रमांक 83 से आगे के सभी तत्व रेडियोएक्टिव हैं।
[यूरेनियम] की रेडियोएक्टिवता की खोज-बैकेरल
[थोरियम] की रेडियोएक्टिवता की खोज-मैरी क्यूरी
[पोलोनियम] की खोज 1898 में मैरी क्यूरी और पियरे क्यूरी ने की थी।
[पिचब्लेंड]( यूरेनियम का अयस्क) की खोज 1789 में मार्टिन हेनरिक क्लैप्रोथ ने की थी।
[रेडियम] की खोज मैरी क्यूरी और पियरे क्यूरी ने 1898 में की थी।
रेडियम,यूरेनियम से अपेक्षाकृत लगभग 30 गुना अधिक रेडियोएक्टिव पदार्थ है।
अल्फा किरण:- यह धन आवेशित(+) कणों से बनी हुई है।इस पर दो यूनिट धन आवेश होता है। अल्फा कण हीलियम परमाणु का नाभिक होता है। इसका वेग लगभग प्रकाश के वेग का 1/10 होता है।इसकी वेधन क्षमता बीटा तथा गामा किरण से कम होती है। यह गैसों को आयनित करती है और इसकी आयनकारी क्षमता बीटा और गामा किरण से अधिक होती है। यह किरण विद्युत तथा चुंबकीय क्षेत्र में विक्षेपित हो जाती है,लेकिन बीटा कण इससे अधिक विक्षेपित होती है। यह फोटोग्राफिक प्लेट को काला कर देती है, लेकिन बीटा तथा गामा किरण से अधिक काला करती है। यह किरण प्रतिदीप्ति उत्पन्न करती है।
बीटा किरण:- यह ऋण आवेशित कणों से बनी हुई है। इस पर 1 यूनिट ऋण आवेश होता है। इसका वेग प्रकाश के वेग के लगभग बराबर होते हैं।इसकी वेधन क्षमता अल्फा किरण से कम तथा गामा किरण से ज्यादा होती है।यह गैसों को आयनित करती है और इसकी आयनकारी क्षमता अल्फा से कम और गामा किरण से अधिक होती है।यह किरण विद्युत तथा चुंबकीय क्षेत्र में विक्षेपित हो जाती है,लेकिन अल्फा कण से अधिक विक्षेपित होती है। यह फोटोग्राफिक प्लेट को काला कर देती है,लेकिन अल्फा से कम और बीटा किरण से अधिक काला करती है।यह किरण प्रतिदीप्ति उत्पन्न करती है।
गामा किरण:- यह सदृश्य विद्युत चुंबकीय विकिरण हैं। इसका वेग प्रकाश के वेग के बराबर होता है।हैं।इसकी वेधन क्षमता अल्फा और बीटा किरण से कम होती है। यह किरण विद्युत उदासीन होता है। इन किरणों पर विद्युत और चुंबकीय क्षेत्र का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।यह फोटोग्राफिक प्लेट को काला कर देती है,लेकिन अल्फा से कम और बीटा किरण से अधिक काला करती है।यह किरण प्रतिदीप्ति उत्पन्न करती है।
इस टॉपिक से जुड़े महत्वपूर्ण MCQ..
1-एक परमाणु के केंद्र का धनावेशित हिस्सा कहलाता है?
प्रोटॉन
न्यूट्रॉन
इलेक्ट्रॉन
न्यूक्लियस
2-निम्नलिखित में से कौन सा परमाणु का भाग नहीं है?
इलेक्ट्रॉन
प्रोटॉन
न्यूट्रॉन
फोटोन
3-नाभिक की खोज से संबंधित व्यक्ति है?
रदरफोर्ड
डाल्टन
आइंस्टीन
थॉमसन
4-नाभिक की खोज से संबंधित वर्ष है?
1911
1932
1913
1988
5-न्यूट्रॉन की खोज से संबंधित वर्ष है?
1911
1932
1913
1988
6-सभी प्रकार के विद्युत चुंबकीय किरणों का निर्माण होता है?
इलेक्ट्रॉन
न्यूट्रॉन
फोटोन
प्रोटॉन
4-इलेक्ट्रॉन का प्रति कण निम्न है?
पॉजिट्रान
एंटीइलेक्ट्रॉन
दोनों
इनमें से कोई नहीं
8-न्यूट्रिनो की खोज से संबंधित है?
रदरफोर्ड
पाउली
आइंस्टीन
थॉमसन
9-फोनान संबंधित है?
ध्वनि
प्रकाश
दोनों
इनमें से कोई नहीं
10-हीलियम के नाभिक में होता है?
एक प्रोटोन
दो प्रोटॉन
दो प्रोटॉन,दो न्यूट्रॉन
एक प्रोटोन, दो न्यूट्रॉन
11-निम्नलिखित में से कौन सा कण आवेश रहित है?
इलेक्ट्रॉन
प्रोटॉन
न्यूट्रॉन
इनमें से कोई नहीं
12-परमाणु में कक्षाओं को भरने का क्रम नियंत्रित होता है?
आफबाऊ नियम द्वारा
हुड़ नियम द्वारा
पॉउली के सिद्धांत द्वारा
इनमें से कोई नहीं
13-आफबाऊ शब्द संबंधित है ?
जर्मन
चीन
भारत
अमेरिका
14-आफबाऊ शब्द का अर्थ होता है?
निर्माण
जोड़ना
विखंडन
इनमें से कोई नहीं
15-परमाणु में कक्षाओं को भरने का क्रम सबसे पहले निश्चित होता है?
निम्न ऊर्जा स्तर
मध्य ऊर्जा स्तर
उच्च ऊर्जा स्तर
इनमें से कोई नहीं
16-चुंबकीय क्वांटम संख्या(m) संबंधित है?
अभिविन्यास
आकार
ऊर्जा
आकृति
17-प्रिंसिपल क्वांटम संख्या(n) संबंधित है?
आकार
ऊर्जा
दोनों
इनमें से कोई नहीं
18-एजीमूथल क्वांटम संख्या(l) संबंधित है?
आकृति
ऊर्जा
दोनों
इनमें से कोई नहीं
19-स्पिन क्वांटम संख्या संबंधित(s) है?
आकृति
ऊर्जा
चक्रण
इनमें से कोई नहीं
20-किसी तत्व के परमाणु में दो प्रोटॉन,दो इलेक्ट्रॉन और दो न्यूट्रॉन है।उस तत्व की द्रव्यमान संख्या कितनी होगी?
2
4
6
8
21-रेडियोएक्टिविटी मापी जाती है?
हाइड्रोमीटर
गाइगर काउंटर
सीस्मोग्राफ
अमीटर